Non-Alcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD): Understanding the Silent Epidemic
यहाँ ‘नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD): साइलेंट एपिडेमिक को समझना’ विषय पर एक हिंदी ब्लॉग है, जिसमें प्रामाणिक जानकारी दी गई है और कुछ रोचक तथ्य शामिल किए गए हैं:
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD): साइलेंट एपिडेमिक – ये नई मुसीबत क्या है?
नमस्ते दोस्तों! आजकल एक नई बीमारी तेजी से फैल रही है, खासकर इंडिया में। इसका नाम है नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज, जिसे शॉर्ट में NAFLD भी कहते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि “ये क्या बला है?” तो चलो, मिलकर इस बीमारी को समझते हैं, इसके कारणों को जानते हैं और कुछ मजेदार बातें भी करते हैं!
नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) क्या है?
देखो भाई, नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) एक ऐसी बीमारी है जिसमें आपके लीवर (जिगर) में बहुत ज्यादा फैट जमा हो जाता है, और ये शराब पीने की वजह से नहीं होता[1]. आम तौर पर, लीवर में थोड़ा फैट होना नॉर्मल है, लेकिन जब ये फैट 5-10% से ज्यादा हो जाता है, तो ये प्रॉब्लम बन जाती है[5]. और सबसे बड़ी बात ये है कि बहुत से लोगों को पता ही नहीं चलता कि उन्हें ये बीमारी है, इसलिए इसे “साइलेंट एपिडेमिक” भी कहते हैं[1][8].
NAFLD इतना कॉमन क्यों है?
अब आप सोच रहे होंगे कि “ये बीमारी इतनी तेजी से क्यों फैल रही है?” तो सुनो, इसके कई कारण हैं:
- लाइफस्टाइल: आजकल लोगों की लाइफस्टाइल बहुत बदल गई है। ज्यादातर लोग बैठे रहते हैं, एक्सरसाइज नहीं करते, और जंक फूड खाते हैं[1].
- मोटापा: जो लोग मोटे होते हैं, उनमें NAFLD होने का खतरा ज्यादा होता है[2].
- डायबिटीज: डायबिटीज वाले लोगों में भी NAFLD होने की संभावना ज्यादा होती है[2].
- मेटाबोलिक सिंड्रोम: हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड शुगर जैसी कंडीशन से भी NAFLD हो सकता है[2].
NAFLD के लक्षण क्या हैं?
अब बात करते हैं कि आपको कैसे पता चलेगा कि आपको NAFLD है? देखो, ज्यादातर लोगों में इसके कोई लक्षण नहीं होते[1]. लेकिन कुछ लोगों में ये लक्षण हो सकते हैं:
- थकान
- पेट दर्द
- भूख न लगना
- वजन घटना
- कमजोरी
NAFLD के चरण क्या हैं?
NAFLD धीरे-धीरे बढ़ता है, और इसके मुख्य रूप से दो चरण होते हैं:
- सिंपल फैटी लिवर: इस स्टेज में, लीवर में फैट जमा होता है, लेकिन कोई सूजन या डैमेज नहीं होता.
- नॉन-अल्कोहलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (NASH): इस स्टेज में, लीवर में फैट के साथ-साथ सूजन और डैमेज भी होता है. अगर NASH को ठीक नहीं किया जाता है, तो ये सिरोसिस (लिवर का स्कारिंग) और लिवर कैंसर का कारण बन सकता है[3][7].
NAFLD का निदान कैसे किया जाता है?
अगर डॉक्टर को लगता है कि आपको NAFLD हो सकता है, तो वो ये टेस्ट कर सकते हैं:
- ब्लड टेस्ट: लीवर एंजाइम लेवल को चेक करने के लिए[2].
- इमेजिंग टेस्ट: अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन या एमआरआई से लीवर को देखने के लिए.
- लिवर बायोप्सी: लीवर टिश्यू का सैंपल लेकर जांच करने के लिए.
NAFLD का इलाज क्या है?
देखो भाई, NAFLD का कोई सीधा इलाज नहीं है, लेकिन आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करके इसे कंट्रोल कर सकते हैं[3]:
- वजन कम करें: अगर आप मोटे हैं, तो वजन कम करने से लीवर में फैट कम हो सकता है[2].
- स्वस्थ आहार खाएं: फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन खाएं, और प्रोसेस्ड फूड, शुगर और सैचुरेटेड फैट से बचें[6].
- एक्सरसाइज करें: रेगुलर एक्सरसाइज करने से लीवर में फैट कम हो सकता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार हो सकता है[2].
- डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करें: अगर आपको डायबिटीज या हाई कोलेस्ट्रॉल है, तो इसे कंट्रोल करने से NAFLD को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है[2].
कुछ मजेदार बातें!
- क्या आपको पता है कि इंडिया में लगभग 9% से 53% लोगों को NAFLD है?[3]
- ये भी जान लो कि NAFLD बच्चों में भी हो सकता है, खासकर जो बच्चे मोटे होते हैं[4][5].
- और सुनो, NAFLD सिर्फ लीवर को ही नहीं, बल्कि आपके हार्ट और किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है.
बचाव कैसे करें?
अब आप सोच रहे होंगे कि इस बीमारी से बचा कैसे जाए? तो सुनो, इसके लिए आप ये उपाय कर सकते हैं:
- स्वस्थ वजन बनाए रखें.
- स्वस्थ आहार खाएं.
- नियमित व्यायाम करें.
- डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करें.
आखिर में…
तो दोस्तों, ये थी नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज के बारे में कुछ जानकारी. उम्मीद है कि आपको ये सब समझ में आया होगा. अगर आपके मन में कोई सवाल है, तो आप मुझसे पूछ सकते हैं. और हां, अपने दोस्तों और परिवार वालों को भी इस बीमारी के बारे में बताएं ताकि वे भी सुरक्षित रहें! इंडिया पहला देश है जिसने NAFLD को राष्ट्रीय कार्यक्रमों में शामिल किया है[3].
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे डॉक्टर की सलाह के तौर पर नहीं लेना चाहिए। अगर आपको कोई भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो हमेशा डॉक्टर से सलाह लें।
Citations:
[1] https://mapmygenome.in/blogs/learn/fatty-liver-disease-in-india-a-silent-epidemic-can-genetic-testing-help
[2] https://indianexpress.com/article/health-wellness/fatty-liver-cases-2024-wrong-diet-exercise-sleep-9746541/
[3] https://pmc.ncbi.nlm.nih.gov/articles/PMC8518336/
[4] https://timesofindia.indiatimes.com/fatty-liver-disease-a-fast-growing-silent-epidemic/articleshow/115860536.cms
[5] https://timesofindia.indiatimes.com/life-style/health-fitness/health-news/fatty-liver-indias-new-silent-epidemic-why-one-in-every-three-children-has-it/articleshow/117206658.cms
[6] https://www.asterhospitals.in/blogs-events-news/aster-rv-bangalore/silent-epidemic-understanding-nafld-and-power-of-diet
[7] https://efi.org.in/bulletin/index.php/EFIbulletin/article/view/85
[8] https://www.citizenshospitals.com/blogs/understanding-fatty-liver-disease-the-silent-epidemic-of-modern-health
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